Vande Bharat Express Train: वाराणसी से रांची जाने वाली वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की कमी हो रही है। यहां तक कि वाराणसी से रांची के बीच सफर करने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं है। लेकिन रांची से वाराणसी के लिए इंटरसिटी ट्रेन में लंबी इंतजार की जा रही है। सीटों के लिए मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं। इस हफ्ते तक कंफर्म सीटें उपलब्ध नहीं हैं, जो कि यात्रियों के लिए चिंता का विषय बन रहा है।
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Vande Bharat Train
रांची-वाराणसी वंदे भारत की अधिकतर सीटें खाली
कैंट स्टेशन के मुख्य आरक्षण केंद्र के पर्यवेक्षकों का कहना है कि ट्रेन संख्या 20887/20888 रांची-वाराणसी वंदे भारत की अधिकतर सीटें खाली हैं। यह संभवतः किराया अधिक होने के कारण है कि यात्री इसमें टिकट कराना नहीं चाहते हैं। इसके विपरीत, रांची से आधे घंटे पहले चलने वाली रांची-बनारस इंटरसिटी में सीट के लिए मारामारी हो रही है। वहाँ एक भी कंफर्म सीट नहीं मिल रही है। इससे पता चलता है कि लोगों को यात्रा की प्राथमिकता और कोई बीमारी या अतिरिक्त लाभ के लिए अधिक पैसे चुकाने के लिए तैयार हैं। यह समस्या के लिए रेलवे ने कुछ कदम उठाने की जरूरत है, ताकि सार्वजनिक यातायात में उपयुक्त सुधार किया जा सके। इसके बजाय, यात्रीगण को सुविधाजनक और सुरक्षित राहत प्रदान करने के लिए सामाजिक और आर्थिक उपाय अपनाने की आवश्यकता है।
वंदे भारत और बनारस-रांची इंटरसिटी के बीच किराया का अंतर
- वंदे भारत के सीसी टिकट का किराया 1505 रुपये है, जबकि ईसी का 2725 रुपये है।
- रांची-बनारस ट्रेन में थर्ड एसी का किराया 910 रुपये है।
- स्लीपर का किराया 335 रुपये है। वंदे भारत और बनारस-रांची इंटरसिटी समांतर चलते हैं।
- यात्री वंदे भारत में नहीं जाना चाहते क्योंकि यह लगभग आठ घंटे लगती है।
- इंटरसिटी से लगभग 13 घंटे लगते हैं। इसी कारण वंदे भारत से यात्री बचता है।
- वंदे भारत और बनारस-रांची इंटरसिटी के बीच किराया का अंतर काफी है।
- सीसी और ईसी में किराया का भी बड़ा अंतर है। इससे यात्री की आरामदायकता पर असर पड़ता है।
- रांची-बनारस ट्रेन में स्लीपर की कीमत सबसे कम है, जो कि अधिक यात्री को आकर्षित करती है।
- वंदे भारत और बनारस-रांची इंटरसिटी के बीच यात्रा के समय का अंतर है।
- इंटरसिटी से अधिक समय में लोगों को समय का नुकसान होता है।
- लोग समय और आरामदायकता के आधार पर ट्रेन का चयन करते हैं, जो उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
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वंदे भारत के समय में या किराये में फेरबदल करने पर ही यात्री इस ट्रेन को करेंगे पसंद
कैंट स्टेशन के मुख्य आरक्षण केंद्र के कर्मियों का कहना है कि वाराणसी से रांची के लिए वंदे भारत की सीटें 25 मार्च से ही उपलब्ध होंगी। अप्रैल माह के सभी दिनों में सीटें खाली हैं। दूसरी ओर, रांची से वाराणसी जाने वाली वंदे भारत में 30 मार्च से 15 अप्रैल तक दोनों श्रेणियों में टिकटें उपलब्ध हैं। इन तिथियों में रांची से वाराणसी के इंटरसिटी ट्रेनों में सीटें वेटिंग लिस्ट पर हैं। वंदे भारत ट्रेन गुरुवार को नहीं चलती है, लेकिन बाकी दिनों में यात्रा के लिए उपलब्ध है। टूर ऑपरेटर आकाश तिवारी ने बताया कि वंदे भारत के समय में या किराये में फेरबदल करने पर ही यात्री इस ट्रेन को पसंद करेंगे।